प्रशिक्षण पाठ्यक्रम:
संस्थान तीन प्रकार के दृष्टिकोण को अपने हुए विशिष्ट टारगेट ग्रुपों के लिए अनेक प्रोग्राम एवं प्रशिक्षण पाठ्यक्रमयों को चलाता है:
(i) ड्रग कॉउसेंलिंग स्कील पर एक माह का सर्टिफिकेट कोर्स यह पाठ्यक्रम कांउसेंलर सामाजिक कार्यकर्त्ता, ईलाज केन्द्रों के आउटरिच वर्कर्स जैसे सेवा प्रदाताओं के आधार को सम्पुष्ट करने के लिए तैयार किया गया है। इस पाठ्यक्रम में इन्टरैक्टिव सैसश सत्र तथा प्रतिब्दित ईलाज केन्द्रों में एक सप्ताह के लिए फील्ड प्लेसमेंट शामिल किया जाता है। पाठ्यक्रम की विषय सूची मोटे तौर पर हैः बेसिक्स ऑफ एडिक्शन, मोटिवेशन एण्ड कॉन्सेंलिंग, समुदाय आधारित हस्तक्षेप, आउटरिच एवं जागरूकता सृजन। 2014 से एन.आई.एस.डी ड्रग दुरूपयोग के क्षेत्र में काउंसेलरों के लिए एक माह के प्रोग्राम का आरम्भ किया है।
(ii) राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान तथा क्षेत्रीय संसाधन प्रशिक्षण केन्द्रों द्वारा ड्रग दुरूपयोग निवारण पर पन्द्रह दिवसीय सर्टिफकेट कोर्स
(iii) राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान तथा क्षेत्रीय संसाधन प्रशिक्षण केन्द्रों द्वारा ड्रग दुरूपयोग निवारण पर पाँच दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स।
विषयगत कौशल निर्माण प्रोग्राम :
इस श्रेणी में 2 ये 5 दिनों के निम्न प्रोग्राम आयोजित किये जाते है:
• मादक द्रव्य की लत को पहचान आरम्भिक उत्प्रेरण तथा शुरूवाती हस्तेक्षेपः शुरूवाती हस्तक्षेप हेतु अपेश्रित तकनीको से सुसज्जित करने के लिए सिम्पटमोटिक आचारण आरम्भिक पहचान करने तथा आरम्भिक चेतावनी चिन्हों पर सेवा प्रदाताओं को जानकारी देना।
• नशा के लिए कॉसेंलिंग (व्यक्ति, परिवार तथा समूह: ड्रग डिमांड रिडक्शन के क्षेत्र में कार्यरत कॉन्सेंलरों को प्रशिक्षण करना ताकि ये ज्ञान भंडार को बढाये तथा व्यक्ति, समूह तथा परिवार काउंलेलिंग कौशल को प्रशिक्षण दे सकें।
• मैनेजमेंट डेवलेवमेंट प्रोग्राम (एम.डी.पी): ट्रीटमेंट-सह-पुनर्वास केन्द्रों द्वारा चलाये जा रहे प्रोग्राम गतिविधियों के मूल कौशल तथा ज्ञान प्रदान करना।
• टी.एन.ए पर आधारित ऑरियेटशन पाठ्यक्रमः आर.आर.टी.सी के ऑपेटेशलन क्षेत्रों में जरूरत निर्धारण पर आधारित ईलाज सम्बंधी चयनित थिमेटिक मुद्दों पर।
स्ट्रेटिजिक कन्शलटेशनः
संस्थान समिलित कार्यवाई हेतु एक रणनीति बनाने के लिए विविध हितधारकों के साथ रणनीतिक परामर्श आयोजित करता है ताकि विभिन्न भागीदारों के साथ चल रहे कार्यक्रमों में एक रूपता लायी जा सकें।
संस्थान देश के विभिन्न भागों में स्थित क्षेत्रीय विस्तार केन्द्र के रूप में सेवा देने वाले क्षेत्रीय संसाधन प्रशिक्षण केन्द्रों (आर.आर.टी.सी.) के साथ वार्षिक परामशीय बैठक का आयोजन करता है। परामर्शीय बैठक का आयोजन प्रतिवर्ष इसलिए किया जाता है ताकि ऑपरेशनल स्तर पर प्राप्त उभरती प्रवृतियां, साक्ष्य एवं अनुभव पर आधारित प्रमुख हस्तक्षेपों की रणनीति बनाने हेतु एन.सी-डी.ए.पी तथा आर.आर.टी.सी की गतिविधि को नियोजित का जा सके।